असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सीएए को लेके किया गया दुष्प्रचार विफल रहा : बोले अनुराग ठाकुर

असम में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल चुनाव में लोगों को गुमराह करने के लिए नागरिकता संशोधन बिल (CAA) को अपना हथियार बनाकर इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन झूठ फैलाने में यह लोग पूरी तरह से असफल ही रहे हैं। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को एक साक्षात्कार के दौरान बताया कि सीएए का असमिया लोगों के अधिकारों के खिलाफ होने का दुष्प्रचार पूरी तरह से विफल साबित हुआ है। चूंकि लोगों ने मौजूदा चुनावों में इस बात को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है। उन्होंने बोला कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सीएए को लेकर बहुत हाय-तौबा की और यह साबित करना चाहा कि सीएए लोगों के खिलाफ है। लेकिन झूठ के पांव नहीं होते हैं।
उल्लेखनीय है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का मकसद उन हिंदुओं, जैनियों, ईसाइयों, सिखों, बौद्धों और पारसियों को भारत की नागरिकता प्रदान करना है जो भारत में 31 दिसंबर, 2014 से पहले बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आ गए थे। यह वह गैर-मुस्लिम लोग हैं जो भारत के पड़ोसी इस्लामिक देशों से उनके साथ हुए धार्मिक उत्पीड़न के कारण भागकर भारत आए हैं। विपक्षी दल कांग्रेस ने चुनाव में पांच सूत्रीय अभियान के तहत बोला है कि वह सत्ता में आई तो सीएए को राज्य में लागू नहीं होने देगी।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने बोला कि असम के लोग जानते हैं कि राजग सरकार कभी भी असम के लोगों के हित के खिलाफ कोई निर्णय नहीं लेगी। उन्होंने बोला कि कांग्रेस घुसपैठियों की पीठ पर बैठकर सत्ता में आना चाहती है बल्कि भाजपा घुसपैठियों को रोककर वापसी करना चाहती है।
राज्य में कांग्रेस-एआइयूडीएफ गठबंधन पर तीखा प्रहार करते हुए अनुराग ठाकुर ने बोला कि कांग्रेस ने हमेशा से वोट बैंक की राजनीति के लिए तुष्टिकरण की नीति अपनाई है जो अब उजागर हो चुकी है। कांग्रेस सत्ता के लालच में इतना गिर चुकी है कि उसके नेता राहुल गांधी एआइयूडीएफ के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल जैसे व्यक्ति को असम की पहचान बताते हैं। क्या राज्य के लोग कभी भी इस बात को स्वीकार कर पाएंगे? उन्होंने बोला कि कांग्रेस भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता को परिलक्षित करती है जबकि राजग सुशासन और विकास की पहचान है।