किसानों के समर्थन में कांग्रेस नेता राहुल गाँधी बोले, “हम सत्याग्रही अन्नदाता के साथ हैं।”

जैसा की आप सभी को पता है कि देश में बीते वर्ष नवंबर 2020 से किसान अपने हक़ की माँग के लिए दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं। सीमा पर बैठे किसान सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानून का विरोध कर रही है। ऐसे में आज दिल्ली की सीमा पर किसानों द्वारा कृषि कानून के खिलाफ कर रहे आंदोलन को अब 7 महीने पूरे हो गए हैं। अब किसान अपने विरोध प्रदर्शन की गति को बढ़ा रहे हैं। आज किसान कृषि कानून को लेकर राज्यपाल और उपराज्यपाल को अपना ज्ञापन सौपेंगे। इसको देखते हुए दिल्ली में उपराज्यपाल निवास के बाहर और दिल्ली के ITO पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। दिल्ली के किसान, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के बैनर तले ‘खेती बचाओ, लोकतंत्र बचाओ दिवस’ मना रहे हैं। किसान कई राज्यों में राजभवन (गवर्नर हाउस) भी जाएंगे। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान पिछले साल 26 नवंबर से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने और अपनी उपज के लिए MSP सुनिश्चित करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली: किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर आज किसान राज्यपाल और उपराज्यपाल को ज्ञापन सौपेंगे। इसको देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उपराज्यपाल निवास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। #FarmLaws pic.twitter.com/0gTUOZInlH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर आज किसान ट्रैक्टर रैली करेंगे। इसके मद्देनज़र ITO पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। pic.twitter.com/E3fisBr6D8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
किसानों के इस आंदोलन को एक बार फिर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने अपना समर्थन दिया है। राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा, “सीधी-सीधी बात है- हम सत्याग्रही अन्नदाता के साथ हैं।”
सीधी-सीधी बात है-
हम सत्याग्रही अन्नदाता के साथ हैं।#FarmersProtest— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 26, 2021
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा था कि अगर सरकार जिद छोड़ दे तो हल निकल जाएगा, हम बातचीत के लिए तैयार हैं। इस सरकार ने युवा पीढ़ी का भविष्य खराब कर दिया है और किसान को खत्म कर दिया है। अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानेगी तो हम आगामी चुनाव में पूरी तरह से विरोध करेंगे।
भारी तादात में दिल्ली-यूपी की सीमाओं पर बीती गुरुवार की रात से ट्रैक्टरों का काफिला देखने को मिला। ऐसी आशंका है कि किसान संगठन एक बार फिर से ट्रैक्टर मार्च निकाल सकते हैं। किसानों ने बीते शुक्रवार को ट्रैक्टर मार्च का रिहर्सल भी किया है। इससे पहले 26 जनवरी 2021 के दिन किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला था। इस ट्रैक्टर मार्च में जान-माल की हानी भी हुई थी।
किसान आंदोलन को मद्देनज़र रखते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने येलो लाइन पर आज यानी शनिवार (26 जून) के दिन चार घंटे के सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक तीन मेट्रो स्टेशन-विश्वविद्यालय, सिविल लाइंस और विधानसभा को बंद रखने का फैसला किया था।
DMRC(दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोरेशन) ने बताया कि दिल्ली पुलिस द्वारा सूचना के बाद सुरक्षा कारणों की वजह से कल 26 जून को दिल्ली मेट्रो के तीन स्टेशन (विश्वविद्यालय, सिविल लाइन, विधान सभा) सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक बंद रहेंगे।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2021