मध्य प्रदेश में विलुप्तप्राय जानवर पैंगोलिन के चमड़े की तस्करी करने वाले दो कुख्यात हुए गिरफ्तार

खबर राज्य मध्य प्रदेश से है। जहाँ विलुप्तप्राय जानवर पैंगोलिन के मारने और इसके चमड़े की तस्करी का मामला सामने आया है। राज्य में टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने इस मामले में दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस बात की जानकारी एक अधिकारी ने बुधवार को दी है। आरोपी की पहचान मांडला निवासी दानिश रजा और अनुपपुर जिला निवासी इरफान के तौर पर की गई है। ये दोनों ही कुख्यात अपराधी 2019 से ही फरार थे। मंगलवार को इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
वन्यजीव संरक्षण के प्रिंसिपल चीफ कंजर्वेटर आलोक कुमार द्वारा जारी किए गए एक प्रेस रिलीज में इस बात की जानकारी दी गई। राज्य वनविभाग के टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने 29 अगस्त 2019 को जबलपुर रेलवे स्टेशन पर एक एसयूवी से 8.5 किलो पैंगोलिन चमड़े को जब्त किया था जो कि गैरकानूनी तौर पर व्यापार के लिए ले जाया जा रहा था। तब से ये आरोपी फरार थे। वन विभाग इनकी तलाश में काफी समय से जुटी थी।
ज्ञात हो, चीन में पैंगोलिन जानवर से पारंपरिक दवाएं बनाई जाती हैं और साथ ही इसका मांस काफी ऊंचे दामों पर मिलता है, जो काफी ताकत देने वाला माना जाता है। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) नेने बताया है कि दुनियाभर के वन्य जीवों की अवैध तस्करी में 20 फीसद पैंगोलिन की तस्करी शामिल है। स्तनधारी वर्ग में आने वाला पैंगोलिन दिखने में जीव सांप और छिपकली की तरह है। दुनियाभर के देशों में दशकों से इसकी तस्करी होती चली आ रही है।