राहुल गाँधी ने आज प्रेस कांफ्रेंस के दौरान केंद्र सरकार को दिए चार सुझाव

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। जहाँ उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पार्टी की ओर से एक व्हाइट पेपर जारी किया। उसी दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए बोला कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने सही समय पर कदम नहीं उठाया। कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने बोला कि पूरा देश जानता है कि कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है। उन्होंने बोला कि तीसरी लहर के खिलाफ अस्पतालों में पुख्ता इंतजाम होने चाहिए।
The idea behind our White Paper report on #COVID19 is to provide insights & information so that avoidable deaths can be prevented in the coming waves.
GOI must work on our constructive inputs in the interest of the country.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 22, 2021
राहुल गाँधी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एक व्हाइट पेपर जारी कर बोला देश में कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है। साथ ही इससे निपटने के लिए राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को चार सुझाव भी दिए हैं।
राहुल गाँधी द्वारा दिए गए सुझाव हैं:-
पहला- बेड और ऑक्सिजन की सप्लाई जल्द से जल्द बढ़ाई जाए।
दूसरा- वैक्सीनेशन का लक्ष्य जल्द पूरा किया जाए।
तीसरा- कोरोना से हुए मौत पर मुआवजे के लिए फंड बनाया जाए।
चौथा- कोरोना के खिलाफ सभी राज्यों को समान मदद मिले।
राहुल गांधी ने बोला कि हमने यह व्हाइट पेपर विस्तृत में तैयार किया है इसका लक्ष्य ये नहीं कि सरकार ने विभिन्न गलतियां की। बल्कि देश को तीसरी लहर के लिए तैयार करने में मदद करने के लिए है। उन्होंने बोला कोरोना वायरस लगातार अपना रूप बदल रहा है। ऐसे में तीसरी लहर के खिलाफ तैयारी शुरु करनी होगी। गरीबों तक सीधा पैसा पहुंचाया जाना चाहिए।
The aim of this white paper on COVID19 is not finger-pointing at the government but to help the nation prepare for the third wave of infection. The whole country knows that a third wave will strike: Congress leader Rahul Gandhi pic.twitter.com/5wgsBpj3jk
— ANI (@ANI) June 22, 2021
राहुल गाँधी ने आगे यह भी बोला कि सरकार ने कल सबसे अधिक संख्या में टीके लगाकर अच्छा काम किया है, लेकिन यह एक श्रृंखला नहीं है। सरकार को इस प्रक्रिया को सिर्फ एक दिन के लिए नहीं बल्कि प्रत्येक दिनों के लिए करना होगा, जब तक कि हम अपनी पूरी आबादी का टीकाकरण नहीं कर लेते। उन्होंने बोला कि पूरा देश जानता है कि पहली लहर के बाद हमारे वैज्ञानिकों ने दूसरी लहर की बात की थी, लेकिन उस समय जो ऐक्शन सरकार द्वारा लेना था, उन्होंने उस वक़्त नहीं लिया। नतीज़ा, पूरे देश को दूसरी लहर का असर झेलना पड़ा।